मिले हो तुम - mile ho tum

मिली हो तुम हमको बड़े नसीबों से
चुराया उसने मैंने किस्मत की लकीरों से
 
 मिली हो तुम हमको बड़े नसीबों से
चुराया उसने मैंने किस्मत की लकीरों से
 
तेरी मोहब्बत से साँसें मिली हे
सदा रहना दिल में करीब होके
 
मिली हो तुम हमको बड़े नसीबों से
चुराया उसने मैंने किस्मत की लकीरों से
मिली हो तुम हमको बड़े नसीबों से
चुराया उसने मैंने किस्मत की लकीरों से
 
तेरी चाहत मैं कितना तड़पे हे
सावन भी कितने तुझ बिन बरसे हे
जिंदगी मैं मेरी सारी जो भी कम थी
तेरे आ जाने से अब नहीं रही
सदा ही रहना तुम मेरे करीब होके
चुराया उसने मैंने किस्मत की लकीरों से
 
मिली हो तुम हमको बड़े नसीबों से
चुराया उसने मैंने किस्मत की लकीरों से
 
बन्हों मैं तेरी अब यारा जाननाथ हे
मांगी खुदा से तू वो मन्नथ हे
तेरी वफ़ा का सहारा मिला हे
तेरी ही वजह से अब मैं जिंदा हूं
तेरी मोहब्बत से जरा अमीर होके
चुराया उसने मैंने किस्मत की लकीरों से
 
मिली हो तुम हमको बड़े नसीबों से
चुराया उसने मैंने किस्मत की लकीरों से। 
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