फिर और क्या चाहिए - phir aur kya chahiye

बदले तेरे माही
ला के जो कोई सारी
दुनिया भी दे दे अगर
तो किसे दुनिया चाहिए
तू है तो मुझे
फिर और क्या चाहिए
तू है तो मुझे
फिर और क्या चाहिए

किसी की ना मदद
ना दुआ चाहिए
तू है तो मुझे
फिर और क्या चाहिए


सुन हनिये जिंद जानिए
सौ बार जनम लू
तो भी तू ही
हमदम हर दफा चाहिए

तू है तो मुझे
फिर और क्या चाहिए
तू है तो मुझे
फिर और क्या चाहिए

तू ही रे तू ही रे
तू ही रे नी हीरिए
तू ही रे तू ही रे
तू ही रे नी हीरिए
तू मेरी मैं हूँ तेरा रांझा


तू ही रे तू ही रे
तू ही रे नी हीरिए
तू ही रे तू ही रे
तू ही रे नी हीरिए
तू मेरी मैं हूँ तेरा रांझा

हो जब तक तेरी नींद ना टूटे
उगता नहीं है सूरज मेरा
ख्वाब रहे किस काम के मेरे
ख्वाब से प्यारा तू सच मेरा


सुन हनिये जिंद जानिए
ज़ख्मों को मेरे मरहम की जगह
बस तेरा छूआ चाहिए

तू है तो मुझे
फिर और क्या चाहिए
तू है तो मुझे
फिर और क्या चाहिए

किसी की ना मदद
ना दुआ चाहिए
तू है तो मुझे
फिर और क्या चाहिए

तू ही रे तू ही रे
तू ही रे नी हीरिए
तू ही रे तू ही रे
तू ही रे नी हीरिए
तू मेरी मैं हूँ तेरा रांझा........