केसरिया - kesariya

मुझको इतना बताएं कोई,
कैसे तुझ से दिल ना लगाए कोई
रब्बा ने तुझको बनाने में
कर दी हैं हुस्न की खाली तिजोरीयां,
काजल की सियाही से लिखी
हैं तूने जाने कितनी प्यार भरी कहानियां
केसरिया तेरा इश्क है, पिया
रंग जाऊं जो मैं हाथ लगाऊं
दिन बीते सारा तेरी फिक्र में
रैन सारी तेरी खैर मनाऊं
केसरिया तेरा इश्क है, पिया
रंग जाऊं जो मैं हाथ लगाऊं
दिन बीते सारा तेरी फिक्र में
रैन सारी तेरी खैर मनाऊं
पतझड़ के मौसम में भी रंगी चनारों जैसी, झांके सन्नातों
में तू वीणा के तारों जैसी मम्म
, सदियों से भी लंबी ये मन की अमावसें हैं
और तू फुलझड़ियों वाले त्योहारों जैसी
चंदा भी दीवाना है तेरा
जलती है तुझसे सारी चकोरियां
काजल की सियाह से लिखी
हैं तूने जाने कितनी प्यार भरी कहानियां
केसरिया तेरा इश्क है, पिया
रंग जाऊं जो मैं हाथ लगाऊं
दिन बीते सारा तेरी फिक्र में
रैन सारी तेरी खैर मनाऊं
केसरिया तेरा इश्क है, पिया
रंग जाऊं जो मैं हाथ लगाऊं
दिन बीते सारा तेरी फिक्र में
रैन सारी तेरी खैर मनाऊं
केसरिया तेरा इश्क है, पिया, इश्क है, पिया
केसरिया तेरा इश्क है, पिया, इश्क है, पिया
पिया, इश्क है, पिया, इश्क है, पिया
केसरिया तेरा इश्क है, पिया
रंग जाऊं जो मैं हाथ लगाऊं