हम दीवाने, महादेव के हम दीवाने।
हम दीवाने, महादेव के, हम दीवाने।
हम दीवाने, महादेव के, हम दीवाने।
हम दीवाने, महादेव के, हम दीवाने।
हो तेरी माया ना जाने।
बाबा,
हम है तेरे दीवाने।
रे बाबा तेरे दीवाने।
रे भोले तेरे दीवाने।
हम दीवाने, महादेव के, हम दीवाने।
हम दीवाने, महादेव के, हम दीवाने।
जो गंगा को सर से है बहाते, उसके दीवाने।
जो नाग को है गले सजाते, उसके दीवाने।
जो मस्ती में डमरू है बजाते, उसके दीवाने।
जो तांडव भयंकर है मचाते, उसके दीवाने।
हो तेरी माया ना जाने।
बाबा,
हम है तेरे दीवाने।
रे बाबा तेरे दीवाने।
रे भोले तेरे दीवाने।
हम दीवाने, महादेव के, हम दीवाने।
हम दीवाने, महादेव के, हम दीवाने।
नमामी शमीशान निर्वाण रूपम।
विभुं व्यापकं ब्रह्मा वेदा स्वरूपं।
निजम निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं।
चिदाकाश माकाश वासं भजेहं।
निराकार ओमकार मूलं तुरीयं।
गिराज्ञान गोतीत मीशं गिरीशं।
करालं महाकाल कालम कृपालं।
गुणागार संसार पारं नतोहं।
जो राख को तन पर है रमते, उसके दीवाने।
जो विष को भी है पी जाते हम, उसके दीवाने।
जो कैलाश के राजा कहलाते, उसके दीवाने।
जो शमशानों में डेरा लगाते, उसके दीवाने।
हो तेरी माया ना जाने।
बाबा,
हम है तेरे दीवाने।
रे बाबा तेरे दीवाने।
रे भोले तेरे दीवाने।
हम दीवाने, महादेव के, हम दीवाने।
हम दीवाने, महादेव के, हम दीवाने।
जो बेलपत्र से खुश हो जाते, उसके दीवाने।
जो दिन दुखियों के दुःख को मिटाते, उसके दीवाने।
जो मनचाहा वर दे है जाते, उसके दीवाने।
जो औघड़ दानी है कहलाते, उसके दीवाने।
हो तेरी माया ना जाने।
बाबा,
हम है तेरे दीवाने।
रे बाबा तेरे दीवाने।
रे भोले तेरे दीवाने।
हम दीवाने, महादेव के, हम दीवाने।
हम दीवाने, महादेव के, हम दीवाने।
हम दीवाने, महादेव के, हम दीवाने।
हम दीवाने, महादेव के, हम दीवाने।